Tuesday, March 13, 2007

कल क्या होगा कोई जाने ना....

हाँ यह तो एक बहूत ही सम्यक समीकरण हे
वैसे
ये कहावत भी सही है
"काल करे सो आज कर आज करे अब्ब ....पल में परलय होवेगा बहुरि करेगा कब्ब। "
फिर भी इस कहावत का तोड़ है
"आज करे सो काल कर काल करे सो परसों ...इतना भी क्या डरना अभी जीवेगा बरसों "
तो भैया ये तो हाल है तोड़ काअपनी अपनी कथनी ओर करनी
बाकी बातें कल । आज के लिए इतना ही

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